शासकीय – भूमि को हेरा- फेरी कर बेचने वाले पटवारी के खिलाफ, सरपंच सहित ग्रामीणों ने कलेक्टर से किया शिकायत…कलेक्टर ने कार्यवाही का दिया आश्वान।
कलेक्टर जनदर्शन और एसडीएम कार्यालय पाली में किया गया शिकायत , पटवारी पर लगा रहे अवैध रकम उगाही और आबादी सर्वे और कागजात में धांधली करने का आरोप।
कोरबा / पाली (आई.बी.एन -24 न्यूज़) पाली ब्लॉक अंतर्गत के ग्राम पंचायत शिवपुर के सरपंच,जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने हल्का नं. 09 के पटवारी श्री दीपक कुंभलानी पर अवैध रकम लेने और आबादी सर्वे में धांधली कर दस्तावेजी छेड़छाड़ का गंभीर आरोप लगाया है । ग्राम पंचायत में हल्का पटवारी के भ्रष्ट कार्यप्रणाली पर वहां के सरपंच और ग्रामीण लंबे समय से परेशान है और इस तरह का विवाद निर्मित पहले भी हो चुका है । शिवपुर के नागरिक और जन प्रतिनिधियों ने कहा कि पटवारी दीपक कुंभलानी के द्वारा भ्रष्ट आचरण की सीमा अब हद से पार होते दिखाई दे रही ,उन्होंने यह भी कहा की इस तरह के पटवारी के कारण राजस्व विभाग की छवि धूमिल हो रही है लोगों का प्रशासन के ऊपर से विश्वास उठ रहा है । राजस्व विभाग के पटवारी दीपक कुंभलानी द्वारा दलालों से मिलकर ग्राम शिवपुर अंतर्गत के भूमि को कागजात स्तर पर कूटरचना कर बाहरी लोगों को बसाया जा रहा है उनके नाम से तत्काल सिकनीकब्जा तैयार हो जा रहा है और स्थानीय लोग लंबे समय से कब्जा कर अपना गुजर बसर कर रहे है उनके जमीन में छेड़छाड़ कर दूसरे के नाम में दर्ज किया जा रहा है।
पेशा अध्यक्ष अंजनी नेताम एवं वनाधिकार अध्यक्ष दरस राम कंवर के बताए अनुसार ग्राम शिवपुर के ग्रामीण दिलीप कुमार पिता स्व. पवन सिंह और बाकी लोगों का कहना है ग्राम के व्यक्तिओं द्वारा खसरा नंबर 541/1 में पहले से कब्जा किया गया है जिसमे पटवारी के द्वारा मौका जांच किया गया था जिसमे पटवारी,कोटवार ,सरपंच और ग्रामीणों के समक्ष स्थल पंचनामा किया गया था जिसे 2005 के पूर्व मौका जांच पाया गया जिसको पटवारी द्वारा दलालों के साठ गांठ में पैसा लेकर प्राप्त वन आधिकार आवेदनों को अपने पास रखकर स्थल पंचनामा को बदल दिया गया।
उसी तरह मनिंद्र कुमार पिता रामानुज यादव का कहना है कि मेरे स्वामित्व पर बने मकान को धांधली करते हुए दूसरे व्यक्ति के नाम पर दर्ज कर दिया गया है जबकि पूर्व में हुए सर्वेक्षण में आर.आई., पटवारी ,कोटवार और ग्रामवासी के समक्ष चिन्हाकित किया गया था जिसमे आधा लगानी भूमि और आधा भूमि पर मकान को आबादी बताया गया था जिसमे आधी मकान को दूसरे के नाम में डाल दिया गया है सुधार करने के लिए पटवारी रुपए की मांग करता है ।
यह सिलसिला यही नहीं थम रहा ग्राम शिवपुर के खसरा नं 546/1(र) को पटवारी द्वारा दलालों से मिलकर किसी बिलासपुर निवासी व्यक्ति को बेच दिया गया जबकि शासकीय पट्टे की भूमि किसके परमिशन से बेचा गया है जिसका चौहद्दी त्रुटिपूर्ण है जो बांध फुलवारी पारा स्थित को बिक्री कर दिया गया है । जबकि उस पर कोई कब्जा भी नही है ।एवं अन्य ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है की दस्तावेज सुधार में पंद्रह -पंद्रह हजार रुपए डिमांड भी पटवारी द्वारा किया जा रहा है । इन सभी भ्रष्ट गतिविधियों को देख सुन समझ कर शिवपुर निवासियों द्वारा शिकायत पाली के राजस्व अधिकारी तहसील पाली एवं जिलाधीश महोदय के जनदर्शन में मंगलवार को शिकायत किया है ।
शिवपुर निवासियों ने संवाददाता के समक्ष कहा की नियम के अनुसार 2005 के पूर्व आदिवासियों के द्वारा किए गए कब्जे को पात्र माना जाता है एवं अ. पि. व. तीन पीढ़ी या पचहत्तर वर्ष को पात्र माना जाता है । जिसको अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगो से पैसा लेकर तीन पीढ़ी तक कब्जा नही है उसको भी पटवारी द्वारा पात्र बना दिया गया है ।
इस तरह की भ्रष्ट आचरण घोर निंदनीय है और तत्काल जांच कर कार्यवाही करने प्रशासन से विनती किया गया है ।
वैसे तो उक्त पटवारी के विरुद्ध पूर्व में किए गए शिकायत और भ्रष्ट गतिविधियों पर समाचार प्रसारित किया जा चुका है । मगर अभी वर्तमान में ग्रामवासीयों के द्वारा दिए गए शिकायत पर अधिकारियों द्वारा कार्यवाही को देखने और पटवारी का पक्ष जानने पश्चात आगे का समाचार पुनः प्रकाशित किया जाएगा ।