तहसीलदार के नोटिस के खिलाफ रेल कॉरिडोर से प्रभावित हुए एकजुट….!
कोरबा/दीपका(आई.बी.एन.-24)गेवरा पेंड्रा रोड रेल लाइन से प्रभावित गोबर घोरा व कृष्णा नगर के लोगों को नोटिस जारी कर मकान खाली करने की चेतावनी दी गई है वहीं गोबर घोरा के प्रभावितों को बिना मुआवजा दिये और कृष्णा नगर के प्रभावितों को प्रशासन द्वारा समय देने के बाद भी मकान खाली करने की नोटिस देने से प्रभावितों में आक्रोश व्याप्त है आज कृष्णा नगर दीपका में रेल कॉरिडोर से प्रभावित ग्रामीणों ने एकत्र होकर जमकर नारेबाजी की और कहां है इस भरी बरसात और बिना मुआवजा के किसी भी हाल में अपने मकानों से कब्जा खाली नहीं किया जाएगा ।
गौरवतलब है कि गेवरा पेंड्रा रेल कॉरिडोर को जोड़ने वाली जूनाडीह साइडिंग रेल पथ निर्माण के लिए कृष्णा नगर गोबर घोरा होते हुए एक अलग रेल लाइन का निर्माण किया जा रहा है जिसमें कृष्णा नगर के 42 एवं गोबर घोरा के 15 परिवारों के मकान और उनके परिसंपत्ति प्रभावित हो रही है इससे पूर्व कृष्णा नगर के 16 परिवारों को मुआवजा प्रदान करने को लेकर पिछले 1 साल से लंबी लड़ाई लड़ी गई और उसके उपरांत पिछले एक माह पूर्व क्षतिपूर्ति की राशि प्रदान की गई है किंतु गोबर घोरा के 15 परिवारों को मुआवजा प्रकरण तैयार अब तक नहीं हुआ है उसके बावजूद तहसीलदार द्वारा कब्जा खाली कराने का आदेश जारी हुआ है ।
उक्त संबंध में प्रभावितों ने बताया है कि प्रभावित लोगों ने ऊर्जाधानी संगठन के नेतृत्व में आज से आंदोलन की शुरुआत कर दी है उन्होंने बताया कि गेवरा पेंड्रा रोड रेल लाइन से गोबर घोरा कृष्णा नगर को रेलवे के द्वारा प्रशासनिक स्तर पर प्रभावितों को नोटिस जारी कर मकान खाली करने को कहा गया है गोबर घोरा के प्रभावित परिवार के घर मकान कुंआ आदि परिसंपत्तियों का मुआवजा राशि नहीं मिल पाया है कृष्णा नगर का प्रभावित परिवारों ने अपनी व्यवस्था के लिए प्रशासन से समय मांगा था और राजस्व अधिकारी पहुंचकर पंचनामा तैयार कर समय प्रदान किया गया था लेकिन रेलवे विभाग के द्वारा प्रशासनिक स्तर में घर मकान को खाली करने के लिए नोटिस जारी किया गया है जिसका प्रभावित परिवारों के द्वारा लगातार प्रशासनिक स्तर से गुहार लगाई जा रही है लेकिन सुनवाई नहीं हो पा रही है और खाली करने के लिए जबरन का दबाव बनाया जा रहा है जिसका विरोध कार्यवाही प्रभावित परिवारों के द्वारा शुरू कर दिया गया है जरूरत पड़ी तो सड़क पर उतरकर विरोध किया जाएगा ।
ऊर्जाधानी संगठन के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने इस संबंध में कहा है कि शासन और प्रशासन देश के विकास के नाम पर गरीब किसानों और मजदूरों के आशियाना उजाड़ने से नहीं रुकती किंतु कॉर्पोरेट और बड़े पूंजीपतियों के लाभ के लिए अपनी योजना को भी बदल देती है गेवरा पेंड्रा रोड रेल लाइन को जोड़ने वाली दीपका जूनाडीह रेल पथ निर्माण में दीपका के एक निजी कंपनी के इशारे पर रेल लाइन बिछाने के समय पूर्व योजना को बदल दिया गया जिससे कृष्णानगर और गोबर घोरा के गरीब परिवारों का मकान जद में आ गया है और उनको होने वाली क्षति के एवज में मुआवजा राशि तक देने से आनाकानी किया गया है इसके खिलाफ जबरदस्त विरोध कार्रवाई की जाएगी इस बरसात में अगर उन्हें उजाड़ने की कोशिश की गई तो सड़कों पर आंदोलन होगा उन्होंने बताया है कि 11 अगस्त को होने वाले भूविस्थापित किसान एकजुटता दिवस में प्रदेश स्तर पर ऐसे ही भूविस्थापित किसानों को तथा उनके लिए संघर्ष कर रहे संगठनों के साथ तालमेल बनाकर प्रदेश स्तरीय विरोध कार्रवाई की जाएगी जिसमें कृष्णा नगर तथा गोबर घोरा के लोग भी बड़ी संख्या में शामिल होंगे ।