
कोरबा/पाली (आईबीएन 24) ग्राम पंचायत चैतमा के पूर्व सरपंच रह चूके डी. के.आडीले ने बताया की उन्होंने ग्राम पंचायत चैतमा के विकास के लिए बहुत संघर्ष किया है । और आज भी एक जनप्रतिनिधी के रूप में ग्राम के विकास और भ्रष्टाचार को लेकर शासन, प्रशासन के समक्ष ग्राम के अनेकों मुद्दो को रखते आए है ज्ञात हो की वर्तमान समय में ग्राम पंचायत चैतमा वार्ड क्रमांक 10 पर वे पंच पद के उम्मीदवार है उन्होनें ग्राम के विकास और भ्रष्टाचार को लेकर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि निवर्तमान सरपंच और सचिव ने मिलकर गांव में भ्रष्टाचार की हद पार कर दी जहां कागजो पर विकाश कार्य दिखाकर दोनों ने मिलकर फर्जी प्रस्ताव के सहारे फर्जी बिल लगाकर शासन के विभिन्न योजनाओं जैसे मूलभूत, 14वें वित्त 15वें वित्त एवं अन्य मदों की राशि को पिछले पांच वर्षो मे जमकर करोडों का लगाया चूना । सबसे ज्यादा फर्जीवाड़ा नल जल मरम्मत, हैंडपंप मरम्मत ,रनिंग वाटर सिस्टम, एवं बोर खनन, सीसी रोड निर्माण कार्य में किए गए है । इसी तरह कोविड काल के समय में कोरोनटाइन सेंटर मे खर्च के नाम से सब्जी खरीदी, भोजन ब्यवस्था के नाम लाखों की राशि का बिना प्रस्ताव किये ,फर्जी प्रस्ताव पारित कर लाखों से अधिक राशि का आहरण

डी. के. आडीले ने कहा यहां पर ये बताना जरूरी होगा कि निवर्तमान सरपंच की शिकायत जिला कलेक्टर जनदर्शन कार्यक्रम मे पहले ही किया गया है एवं जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर सपलवा में शिकायत किया गया रहा । जिसके जांच मुख्यकार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत पाली के आदेशानुसार टीम के द्वारा जांच कराया गया है परंतु कार्यवाही नहीं हुआ है जांच दिनांक 18/10/2024 से प्रारंभ हुआ था । जनपद पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी पाली द्वारा सभी बैंक खाते को होल्ड किया गया था परंतु पुनः होल्ड को खुलवा कर दिनांक 28/10/2024 को 620000₹ दिनांक 09/12/2024से11/12/2024तक 1056000₹ दिनांक 20/12/2024 को 643336₹ दिनांक 04/012025 को 890864₹ दिनांक 17/01/2025को 299000₹ कुल राशि शिकायत के बाद अहरण 3509200₹ अहरण किया गया है ,अचार संहिता लगने से पहले तीन महीने में ये राशि अहरण किया गया है जबकि पंचायत चैतमा में माह सितम्बर, अक्टुबर नवम्बर और दिसम्बर मे बैठक नहीं हुआ है तो किस प्रस्ताव केअधार पर राशि अहरण किया गया, इससे ऐसा लगता है कि सरपंच ए़वं सचिव को शासन और प्रसाशन की थोडा भी खौफ या डर नहीं है । ग्राम पंचायत चैतमा के भ्रष्ट सरपंच सचिव ने इन पांच साल मे शासन की योजनाओं से प्राप्त राशि का खुलकर दुरुपयोग किया है । जानने वाली प्रमुख बात यह है कि निवर्तमान सरपंच विपत्ति बाई चुनाव नहीं लड रहीं है जिससे उसके सहयोगी मे निराशा का वातावरण है अब चुनाव के बाद ही पता चलेगा की आगे क्या होता है । शासन और प्रसाशन इतनी बडी भ्रष्टाचार पर क्या कार्यवाही करतें है । क्या साय सरकार का छत्तीसगढ को भ्रष्टाचार से मुक्त करने का सपना साकार होगा या अधिकारियों के भेंट चढ जायेगा।
डी. के. आडीले एसे ग्राम पंचायत चैतमा के अनेकों भ्रष्टाचार मुद्दे को व्यक्त करते हुए निराशा प्रकट किया।