इंडियन पब्लिक स्कूल पाली में बच्चों ने की सरस्वती माता की स्थापना, अभिभावकों का पूजन कर मनाया मातृ पितृ दिवस।
पाली(आई.बी.एन 24) सोमवार को बसंत पंचमी के अवसर पर पाली के इंडियन पब्लिक स्कूल में सरस्वती माता की मूर्ति स्थापना एवं पूजन का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों के हाथों मूर्ति का स्थापना किया गया। विद्यार्थियों ने भजन गाए। इसके साथ ही सरस्वती वंदना की प्रस्तुति भी दी। शुक्ल पंचमी को बसन्त पंचमी के नाम से जाना जाता है। बसंत की शुरुआत इस दिन से होती है। इसको बुद्धि, ज्ञान और कला की देवी सरस्वती की पूजा-आराधना के दिन के रूप में मनाया जाता है। मौसमी फूलों और फलों और चंदन से सरस्वती पूजा की जाती है। सरस्वती को अच्छे व्यवहार, बुद्धिमत्ता, आकर्षक व्यक्तित्व, संगीत का प्रतीक भी माना जाता है।
शुक्ल पंचमी को बसन्त पंचमी के नाम से जाना जाता है। बसंत की शुरुआत इस दिन से होती है। इसको बुद्धि, ज्ञान और कला की देवी सरस्वती की पूजा-आराधना के दिन के रूप में मनाया जाता है।
इस कार्यक्रम के दौरान स्कूल की प्राचार्य शिवानी मिश्रा एवं उप-प्राचार्य विनोद शर्मा एवं शिक्षकों ने भी पूजन किया। तत्पश्चात मातृ-पितृ दिवस पर बच्चों द्वारा उनके अभिभावकों पूजा भी कराई गई।
प्राचार्य शिवानी मिश्रा ने विद्यार्थियों को बसंत पंचमी मनाए जाने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वसंत पंचमी मां सरस्वती की आराधना का महापर्व है, जो हमें ज्ञान सद्बुद्धि, विवेक और यश प्रदान करती हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि जीवन में ऐसे काम करो कि व्यवहार से पहचाने जाओ।
उप-प्राचार्य शर्मा ने कहा कि ऐसे त्योहारों से भारत के मौसम एवं ऋतु परिवर्तन की जानकारी प्राप्त होती है। हमें ज्ञान और सद्बुद्धि के लिए सिर्फ एक दिन नहीं बल्कि प्रतिदिन देवी सरस्वती की आराधना करनी चाहिए।
इसके अतिरिक्त स्कूल के ब्रांच पोड़ी, चैतमा,जटगा, बांधाखार आदि में भी आयोजन किया गया।