दिव्यांग सुनीता टंडन प्रदेश अध्यक्ष भारतीय दिव्यांग संघ छत्तीसगढ़ ने कहा बांकी मोंगरा कोरबा पुलिस प्रशासन निष्क्रिय, 18 माह बाद लिखा F.I.R.
कोरबा (आई.बी.एन -24)बांकी मोंगरा थाना अंतर्गत निवासी सुनीता टंडन प्रदेश अध्यक्ष भारतीय दिव्यांग संघ छत्तीसगढ़ ने अधिवक्ता अजय कुमार सोनवानी को अपनी आपबीती सुनाई, सुनीता टंडन ने बताया कि वह दोनों पैरों से दिव्यांग है कहीं चल फिर नहीं सकतीं उन्होंने 2019 को राजकुमार टंडन से शादी कि ससुराल वालों ने दिव्यांग होने के कारण उन्हें नहीं अपनाया तो दोनों पति-पत्नी अलग रहते थें। दिनांक 8/9/2021 को उनके पति का सड़क दुघर्टना में मौत हो गया तो सुनीता टंडन की दिव्यांगता कमजोरी का फायदा उठाकर उनके ससुराल वालों ने 9/9/2021 को सुनीता टंडन के अनुपस्थित में बल पूर्वक “कार, टीवी” को ले गए जिसकी जानकारी बांकी मोंगरा थाना को दिया तो परिवारिक मामला बोल कर भगा दिया गया कुछ दिनों बाद उस सिक पुलिस अधीक्षक कार्यालय गयी, उसी दिन बांकी मोंगरा पुलिस ने मेरे अनुपस्थित में मेरे घर का पूरा सामान ससुराल वालों को दे दिया, उसके बाद मामले का निराकरण हेतु पुलिस अधीक्षक , जिला कलेक्टर कोरबा को शिकायत किया फिर भी न मेरा FIR दर्ज किया न किसी प्रकार से कार्यवाही किया गया।
दिनांक 18/07/2023 को पुलिस अधीक्षक उदय किरण के पास गयी तो पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर बांकी मोंगरा थाना प्रभारी उषा सोंधिया ने गौलिन बाई (सास) हाथीराम टंडन,दुजराम टंडन, राजकुमारी टंडन,भोजराज, संजय दिवाकर के नामों से भारतीय दण्ड संहिता के तहत अपराध दर्ज किया,जिस पर सुनीता टंडन ने दिव्यांग अधिनियम 2016 के तहत कार्रवाई की मांग एवं सारे सामान वापस दिलाने हेतु निवेदन किया।