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छत्तीसगढ़

फरियादियों की बुझ रही प्यास और मुँह में घुल रही मिठास जनदर्शन से अब कोई नहीं जाता प्यासा, पानी के साथ मिल रहा गुड़ और बताशा।

कलेक्टर ने गर्मी को देखते हुए फरियादियों के लिए कराई व्यवस्था।

कोरबा (आईबीएन-24) यह कलेक्ट्रेट कोरबा है, जहाँ हर मंगलवार को कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा आम नागरिको की फरियाद सुनते हैं, उनकी समस्याओं को दूर करने की कोशिश करते हैं। चूंकि गर्मी बढ़ गई है और इस दरम्यान दूर से अपनी समस्याएं लेकर मुँह में कडुवाहट लिए किसी तरह जिला कार्यालय में आने वाले लोगों के मर्म को कलेक्टर ने भाँपते हुए न सिर्फ उनकी प्यास बुझाने शीतल पेयजल की व्यवस्था कराई है, अपितु उनकी प्यास बुझाने के साथ गुड़ और बताशे की व्यवस्था के साथ मुँह में मिठास लाने का भी प्रयास कर रहे हैं। कलेक्टर की इस पहल से दूरस्थ इलाकों से आने वाले फरियादियों को जहाँ राहत मिली है, वहीं उनकी समस्याओं का निराकरण होने से उन्हें खुशियां भी मिल रही है।
कलेक्टर जनदर्शन का आयोजन हर मंगलवार को प्रातः 11 बजे से कलेक्टोरेट सभाकक्ष में किया जाता है। जिले के संवेदनशील कलेक्टर श्री संजीव कुमार झा स्वयं ही आमनागरिकों कि समस्याओं को गंभीरता से सुनते हैं। उनकी संवेदनशीलता का ही परिणाम है कि उन्होंने जनदर्शन में आने वाले लोगों की आवश्यकताओं को समझा और इस दिशा में पहल करते हुए कलेक्टोरेट में शीतल पेयजल की व्यवस्था कराई। कलेक्टर श्री झा ने प्रतिदिन के लिए प्याऊ का संचालन तो प्रारंभ कराया ही, इसके साथ ही उन्होंने हर मंगलवार को दूर से आने वाले लोगों के लिए जनदर्शन कक्ष के बाहर घड़े रखवाकर शीतल पानी पिलाने के निर्देश दिए। यहीं नहीं उन्होंने गुड़ और बताशे की व्यवस्था भी कराई है, जो कि जनदर्शन में अपनी फरियाद लेकर पहुँचने वाले लोगों को दिया जाता है। इधर जनदर्शन में अपनी समस्या लेकर आने वाले ऐसे लोग जो आवेदन भी साथ नहीं ला पाते, उनके लिए अलग से कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई गई है ताकि ऐसे लोगों का आवेदन बनाकर पावती दी जा सकें और सम्बंधित आवेदक अपने पावती के अनुसार कार्यवाही की स्थिति का पता लगा सकें।
जिला मुख्यालय से लगभग 90 किलोमीटर दूर कोरबी खम्हारमुड़ा से आज जनदर्शन में आए ग्रामीण राजेश कुमार और चन्द्रभान सिंह ने कहा कि हम जैसे लोगों के लिए यह व्यवस्था बहुत अच्छी है। दूर से आने के बाद कोई किसी को पहचानता भी नहीं है, ऐसे में जब प्यासे को पानी मिल जाए और मुँह भी मीठा हो जाए तो फिर हम जैसे लोगों के लिए इससे बड़ी बात क्या होगी। दोनों हाथों से दिव्यांग राजेश कुमार ने बताया कि उसका जॉब कार्ड नहीं बना था और दिव्यांग पेंशन भी कुछ माह से नहीं मिल रहा था। कलेक्टर के पास आवेदन देते ही उन्होंने जॉब कार्ड और पेंशन की राशि तत्काल देने के निर्देश दिए हैं। इसी तरह राशनकार्ड बनवाने के लिए शहर के मोती सागर पारा की ऊषा यादव ने बताया कि राशनकार्ड बनाने के लिए जनदर्शन में आवेदन दिया तो कलेक्टर ने तत्काल ही राशनकार्ड बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि हम लोगों के लिए कलेक्टर कार्यालय आना एकदम नया सा है। यहाँ आते ही प्यास लगी थीं, जब सामने ही पानी पिलाते देखी तो हमने भी शीतल पानी पीया। उन्होंने बताया कि यहाँ उनकी फरियाद भी पूरी हो गई।

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