
रायपुर (आई.बी.एन -24) सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक द्वारा लद्दाख के कुछ जायज मांगों को लेकर आंदोलन में बैठे थे। सरकार ने 26 सितंबर को सोनम वांगचुक को सरकार द्वारा N.S.A लगाकर गिरफ्तारी किया गया ,क्योंकि 24 सितंबर में लद्दाख में हुई हिंसा का कारण सरकार सोनम वांगचुक को मान रही है जबकि जन चिंतक मंच यह मानता है कि सोना वांगचुक के द्वारा कोई हिंसा नहीं फैलाई गई है। इसी कड़ी में जन चिंतक मंच के संगठन प्रमुख नोबेंद्र कुमार साहू द्वारा राष्ट्रपति को जिला सक्ति कलेक्ट्रेट के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया।नोबेंद्र कुमार साहू जी ने महामहिम राष्ट्रपति जी कोअपने ज्ञापन पत्र में लिखा है कि
जन चिंतक मंच प्रार्थना पूर्वक भारी मन के साथ इस मांग पत्र को विषयानुसार यह लेख है कि, वर्तमान में चल रहे लद्दाख और सोनम वांगचुक वाले मामले पर जो कदम आंदोलनकारीयो ने उठाया वह अनुचित था परंतु जो कदम सुरक्षा बलों द्वारा उठाई गई है वह भी कहीं ना कहीं अनुचित थी, जिसमें कुछ लोगों की जान तक चली गई। इसमें मरने वालों में एक पूर्व सैनिक भी शामिल है। मारे गए लोगों के लिए पूरे राष्ट्र में यह संवेदना का विषय बन चुका है।

यही नहीं बल्कि सोनम वांगचुक जैसे सोशल एक्टिविस्ट पर भी N.S.A की गंभीर धारा लगाई गई है जबकि सोनम वांगचुक का पुराना इतिहास राष्ट्र के पक्ष में रहा है और उनके द्वारा देश का नाम रोशन करने में भी योगदान रहा है।
यदि लद्दाखियों और सोनम वांगचुक की मांगे देखी जाए तो लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा मिले,लद्दाख में दो लोकसभा सीट हो।,तीसरा जो की सबसे महत्वपूर्ण है”छठी अनुसूची के तहत संवैधानिक सुरक्षा” सरकारी नौकरी में स्थानीय लोगों के आरक्षण को निश्चित करना। यह अपने आप में जायज मांग है जिससे की इन्हें भविष्य में उन्नति व भविष्य की सुरक्षा की गारंटी मिल सकती है।
आगे पत्र में लिखते हैं कि हमारे संगठन जन चिंतक मंच के समर्थित लोगों द्वारा छत्तीसगढ़ में लद्दाख और सोनम वांगचुक के समर्थन में एक दिवसीय उपवास शांतिप्रिय ढंग से दिनांक:12/10/2025को अपने अपने घरों में बैठकर करने जा रहे हैं, ताकि लद्दाख के लोगों तथा सोनम वांगचुक को भारत माता शक्ति प्रदान करें।इसके आगे संगठन प्रमुख नोबेंद्र साहू लिखते हैं कि
अतः राष्ट्रपति जी से हमारी प्रार्थना व मांग है कि एक ऐसा क्षेत्र लद्दाख जहां 90 से 97% लोग आदिवासी हैं उनके उत्थान के लिए उनके मांगों पर ध्यान दी जाए। एवं लद्दाख में जो घटना घटी है जिसमें आंदोलनकारीयो ने जो नुकसान किया है तथा सुरक्षा बलों द्वारा बर्बरता पूर्ण कार्यवाही की गई है एवं सोनम वांगचुक पर N.S.A(national security act) धारा लगी है ,इन सभी विषयों को लेकर सरकार द्वारा एक *विशेष जांच टीम गठित की जाए । जांच टीम गठित करते वक्त टीम के सदस्यों को नियुक्त करते समय सोनम वांगचुक की सदस्यों पर सहमति ली जाए ताकि पारदर्शिता जांच में बनी रहे।*
इतना कह कर उन्होंने अपने पत्र को विराम दिया।
इसी कड़ी में जन चिंतक मंच के संगठन प्रमुख नोबेंद्र कुमार साहू ने बताया कि जन चिंतक मंच के संगठन महा प्रमुख अरुण कुमार सरकार तथा संगठन प्रमुख छत्तीसगढ़ एडवोकेट शिव साहू द्वारा पूरे छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओं व समर्थकों को एकजुट कर इस शांतिप्रिय आंदोलन को करने का आह्वान किया गया है, जिसके लिए प्रदेश सचिव युगल पुजारी प्रदेश उपाध्यक्ष नेहरू लाल व प्रदेश कोषाध्यक्ष यशवंत कुमार तथा प्रदेश संयुक्त सचिव विनोद कुमार केवट द्वारा उपवास के कुछ दिन पूर्व अलग-अलग जिलों में प्रवास कर बैठक आयोजन में हिस्सा लेंगे।