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भ्रष्टाचार : ग्राम पंचायत चैतमा मे सरपंच, सचिव की मनमानी,शिकायत जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर सपलवा एवं कलेक्टर जनदर्शन मे तीन माह पूर्व हुआ था शिकायत , आज  पर्यंत तक नहीं हुआ कोई निराकरण , कार्यवाही के अभाव में सरपंच  सचिव के हौसला बुलंद।

पाली (आई बी एन -24) ग्राम पंचायत चैतमा मे सरपंच, सचिव की मनमानी जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर सपलवा एवं कलेक्टर जनदर्शन मे तीन माह पूर्व हुआ था शिकायत  जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर सपलवा के आवेदन पर मुख्यकार्यपालन अधिकारी पाली द्वारा दल गठित कर जांच कराया गया जांच को दो माह बीत जाने के बाद भी नहीं किया जा रहा कार्यवाही जांच प्रक्रिया के बीच मे सरपंच एवं सचिव के द्वारा किया गया 3000000/₹ तीस लाख ₹राशि का अहरण  अनुविभागीय अधिकारी पाली एवं मुख्यकार्यपालन अधिकारी पाली को अवगत कराने के बाद भी कार्यवाही नहीं। जनपंद पंचायत पाली के ग्राम पंचायतों के सरपंच एवं सचिवों के कई शिकायत मामले लम्बित है फिर भी इस तरह के मामले सामने आ रहें है जिससे ऐसा लगता है कि सरपंच ए़वं सचिव को कार्यवाही का डर नहीं है ना शासन प्रशासन का खौप जरा भी नहीं है इससे ऐसा लगता है कि शासन व प्रशासन पर बैठे रसूकदार नेता एवं प्रशासन पर बैठे अधिकारीओं का संरक्षण प्राप्त हो रहा है ऐसे मे क्या भ्रष्टाचार इस प्रदेश से खत्म हो जावेगा छोटे पंचायत संस्था मे इतना भ्रष्टाचार तो बडे संस्था मे तो और बडे भ्रष्टाचार हो रहे होगें फिर भी शासन और प्रसाशन मूकबधिर बन बैठा है क्या ऐसे में शासन का ग्राम स्वाराज का सपना साकार हो सकता है सरकार ने पंचायत राज लाकर सत्ता का विक्रेंद्रीकरण किया था क्या वह सफल नजर आ रहा है क्या गांव विकाश की कडी से जुड रहा है नहीं परंतु गांव के कुछ कमीशन खोर जरूर फल फूल रहें है जो जनपंद जिला तक अपना पहुँच बनाकर ठेकेदारी के आड मे पंचायतों मे कमीशन खोरी का धंधा कर रहे हैं ग्राम पंचायतों मे देखा जाता है कि सबसे ज्यादा राशि का सी सी रोड निर्माण पुल पुलिया पचरी निर्माण पर स्वीकृत कर खर्च किया जाता है चाहे वह पंद्रहवें वित्त का हो सांसद मद हो या विधायक मद, खनिज न्यास मद और जो मदों हो जिसमे सबसे ज्यादा बचत हो ऐसे कार्यों की स्वीकृति करा कर ठेकेदारी से कार्य कमीशन पर पंचायतों मे हो रहा है ठेकेदार के द्वारा कराये जाने वाला मूलभूत कार्य में गुणवत्ता नहीं होता फिर भी इंजीनियर द्वारा सही मूल्यांकन कर राशि अहरण् कराया जाता है यदि सही जांच कराया जाय तो बहुत से पंचायतों मे कई से लंम्बित पडा कार्य मिल जावेगा जिसका मूल्यांकन आज तक नहीं हूआ है इस तरह पंचायतों मे चलरहा भ्रष्टाचार का धंधा पर सुनने वाला और देखने वाला ना शासन है और ना प्रशासन आम जनता जाऐ तो जाऐ कहाँ यही है पंचायती राज का बंया शासन के पदाधिकारीयों और प्रशासन के अधिकारीयों से आग्रह है कि जिस ग्राम पंचायत की शिकायत जांच लगभग पूर्ण हो चुका है शिकायत जांच पर कार्यवाही कर आम जनता का संदेह दुर करेंगें।

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