पाली (आई.बी.एन -24) कोरबा जिला के पाली विकासखंड में संचालित इंडियन पब्लिक स्कूल को बेहतरीन गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए ISO सर्टिफिकेट मिला है। यह प्रमाण पत्र शिक्षा के बेहतरीन प्रदर्शन को दर्शाता है ,शासकीय, निजी स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने और बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए कई प्रयास किये जा रहे है। जिनमे से एक अंग्रेजी माध्यम का इंडियन पब्लिक स्कूल है, जिसने गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली शिक्षण मामले में उत्कृष्टता के क्षेत्र में इतिहास रचते हुए आईएसओ प्रमाणित विद्यालय का गौरव प्राप्त किया है। शिक्षण प्रबंधन को लेकर सुर्खियों में आया है। जहां इस विद्यालय को आईएसओ प्रमाणपत्र से नवाजा गया है और आईएसओ का प्रमाणपत्र पाने वाला क्षेत्र का पहला स्कूल बन गया है। विद्यालय को यह सम्मान छात्रों को बेहतर शिक्षा और सुविधाएं तथा निजी स्कूल के गुणवत्ता मानकों को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण एवं सकारात्मक कदम को लेकर मिला है, जो इस स्कूल की विश्वसनीयता और प्रतिष्ठा को बढ़ाता है। प्रमाणपत्र जारी करने से पहले दिल्ली से आयी टीम द्वारा सर्वे कर स्कूल का कई लेबल पर परीक्षण किया गया। फलस्वरूप इंडियन पब्लिक स्कूल को आईएसओ प्रमाणपत्र मिला।
इस विद्यालय के डायरेक्टर राकेश मिश्रा ने गत 2009 में स्कूल की नींव रखी थी। तब यहां नर्सरी से 5वी कक्षा तक का मान्यता लेकर स्कूल का संचालन शुरू किया गया था। वर्ष 2011- 12 में 6वी ,से 8वी, 2012- 13 में 9वी एवं 2013- 14 में 10वी कक्षा तक की मान्यता ली गई है। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रो के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम का बेहतर शिक्षा मिल सके, इसके लिए स्कूल विस्तार के तहत वर्ष 2021 में चैतमा एवं पोड़ी व 2024 में जटगा और बाँधाखार में इंडियन पब्लिक स्कूल ब्रांच का संचालन शुरू किया गया। जहां नर्सरी से 5वी तक की कक्षाएं संचालित की जा रही है। गरीब ग्रामीण बच्चों को निशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है। इस संस्था की खासियत यह है कि यहां अध्यनरत छात्रों के बौद्धिक विकास के साथ शारीरिक विकास व नैतिक शिक्षा भी दी जाती है। यहां नियुक्त अनुभवी शिक्षकगण जो शैक्षिक वातावरण को बेहतर बनाने और छात्रों को सीखने- पढ़ने में प्रेरित करने के साथ छात्रों में महत्वपूर्ण कौशल, जैसे आलोचनात्मक सोच, समस्या- समाधान और संचार क्रिया को विकसित करने में मदद करते है। इसके अलावा बच्चों को सीखने, पढ़ने और सफल होने के लिए भी प्रोत्साहित तथा रोल मॉडल के रूप में उनके व्यवहार, दृष्टिकोण और मूल्यों को प्रभावित करते है। स्कूल प्रबंधन द्वारा समय- समय पर अभिभावकों की बैठकें लेकर बच्चों के प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश करते है।