पोड़ी उपरोड़ा (आई.बी.एन -24) चोटिया परियोजना में आंगनवाड़ी सहायिका भर्ती प्रक्रिया को लेकर बड़े फर्जीवाड़े और लापरवाही के आरोप सामने आए हैं। जनपद की सामान्य सभा बैठक में इस विषय को प्रमुखता से उठाया गया, जहां सभापति पूजा दुबे ने आरोप लगाया कि भर्ती में पारदर्शिता नहीं बरती जा रही है और जानबूझकर पात्र महिलाओं को वंचित किया जा रहा है।
सभा में मौजूद सभी सदस्यों ने इस मांग का समर्थन किया और भर्ती प्रक्रिया की जांच के लिए एक विशेष समिति के गठन को मंजूरी दी गई। इस जांच समिति में पोड़ी उपरोड़ा जनपद सीईओ, करारोपण अधिकारी, सभापति व जनपद सदस्य शामिल होंगे, जो पूरी प्रक्रिया की निगरानी करेंगे। सभा में सभापति पूजा दुबे ने बताया कि परियोजना अधिकारी द्वारा दस्तावेजों में हेरफेर कर मनमाने तरीके से अपात्र महिलाओं को चयनित किया जा रहा है। वहीं, कई स्थानों से शिकायत मिली है कि भर्ती में सेटिंग और लेनदेन के आधार पर नियुक्तियां की जा रही हैं।
बताया गया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका भर्ती प्रक्रिया नियमों के अनुसार 89 दिनों के भीतर पूरी होनी चाहिए, लेकिन यहां जानबूझकर प्रक्रिया में देरी की गई और नियमों की अनदेखी करते हुए आज भी कई पदों पर भर्ती लंबित है। महिला एवं बाल विकास विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, कुल 76 पदों में से अब तक 56 पदों पर नियुक्तियां हो चुकी हैं, जबकि 20 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया अभी शेष है, जिनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है।
सभा में यह भी खुलासा हुआ कि विभाग द्वारा समिति की बैठकें समय पर नहीं बुलाई जातीं, और कई बार जानकारी अंतिम समय में दी जाती है, जिससे अधिकतर सदस्य उपस्थित नहीं हो पाते। इसका फायदा उठाकर अधिकारी अपने स्तर पर निर्णय लेते हैं, जो कि पूरी तरह से गलत प्रक्रिया है। जनप्रतिनिधियों ने चेताया कि यदि भर्ती में पारदर्शिता सुनिश्चित नहीं की गई और पात्र महिलाओं को न्याय नहीं मिला, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।