कटघोरा (आई.बी.एन -24)कटघोरा स्वास्थ्य विभाग में भी होली धूमधाम से मनाया गया यह रंगो का पर्व ,होली रंगों का तथा हँसी-खुशी का त्योहार है।, यह भारत का एक प्रमुख और प्रसिद्ध त्योहार है, जो आज विश्वभर में मनाया जाने लगा है। रंगों का त्यौहार कहा जाने वाला यह पर्व पारंपरिक रूप से दो दिन मनाया जाता है। , यह प्रमुखता से भारत तथा नेपाल में मनाया जाता है। यह त्यौहार कई अन्य देशों जिनमें अल्पसंख्यक हिन्दू लोग रहते हैं,
वहाँ भी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है।, पहले दिन को होलिका जलायी जाती है, जिसे होलिका दहन भी कहते हैं। दूसरे दिन, जिसे प्रमुखतः धुलेंडी व धुरड्डी, धुरखेल या धूलिवंदन इसके अन्य नाम हैं, लोग एक दूसरे पर रंग, अबीर-गुलाल इत्यादि फेंकते हैं, ढोल बजा कर होली के गीत गाये जाते हैं और घर-घर जा कर लोगों को रंग लगाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि होली के दिन लोग पुरानी कटुता को भूल कर गले मिलते हैं और फिर से दोस्त बन जाते हैं।, एक दूसरे को रंगने और गाने-बजाने का दौर दोपहर तक चलता है।
इसके बाद स्नान कर के विश्राम करने के बाद नए कपड़े पहन कर शाम को लोग एक दूसरे के घर मिलने जाते हैं, गले मिलते हैं और मिठाइयाँ खिलाते हैं ,स्वास्थय केन्द्र कटघोरा में बीएमओ डॉक्टर रुद्रपाल सिंह कंवर, संदीप कुमार यादव, सूरज पाल, ओजस्वी, गोविन्द, राहूल शैल बाई, निशा पटेल, ममता, डॉक्टर एस. भगत, निलिमा राजवाड़े , पंकज दास सहित सभी स्वास्थय विभाग CHC अधिकारी कर्मचारीयों ने धूम धाम से मनाया।