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छत्तीसगढ़

पाली : घुइचुंवा (चैतमा) जंगल में हर रोज हो रहा लाखों का जुआ, पुलिस मौन, कार्यवाही का अभाव में हौसला बुलंद।

पाली /चैतमा(आई.बी.एन -24) कोरबा जिले के पाली विकासखण्ड क्षेत्र के चैतमा (घुइचुंवा) जंगल में पिछले कुछ दिनों से लाखों का जुआ चल रहा है। यहां जुआ खेलने जिले के जुआरी के साथ- साथ सीमावर्ती जिले के भी विभिन्न जुआरी पहुंच रहे हैं। हर रोज 15 से 20 लाख तक का जुआ होने की खबर है। शायद इसकी खबर पुलिस तक नहीं पहुंच पाई है। यही वजह है कि अब तक इन जुआरियों पर कार्रवाई नहीं हो रही है। जिसका नतीजा यह कि इस हार- जीत के खेल में कोई खुश तो कोई दुखी लेकिन जुआ का संचालनकर्ता के पांचों उंगलियां घी में है।

पाली विकासखण्ड अंतर्गत कटघोरा एनएच मुख्यमार्ग पर तकरीबन 10- 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम घुइचुंवा से पेंड्रा- गौरेला को जोड़ने वाले मार्ग पर महज दो से तीन किलोमीटर दायरा क्षेत्र के जंगल में पिछले कुछ दिनों से लाखों का जुआ चल रहा है। यहां जुआ खेलने जिले के जुआरियों के अलावा कोरबा जिला के सीमा से जुड़े जिले के जुआरी भी पहुंच रहे हैं। सूत्रों के अनुसार हर रोज लगभग 16 से 21 लाख तक जुए का फड़ सज रहा है। जुआ फड़ का संचालनकर्ता पाली नगर क्षेत्र के पूर्व में बुड़बुड़ कोयला खदान से कोयले की चोरी एवं तश्करी में संलिप्त रहने वाले ठकराल साहबो द्वारा किया जा रहा है, जो बकायदा जुआ स्थल पर लठैत भी तैनात करके रहते हैं। जो जुआरियों को खेल स्थल तक ले जाने का काम करते है। जिन्हें जुआरी शब्दो मे शूटर कहते है और जिन्हें बिना किसी विघ्न के जुआ संचालन और जुआरियों के शराब- कबाब, गुटके- पानी उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी जाती है। इन्ही के सुरक्षा घेरा में जुआ का पूरा फड़ चलता है। घुईचुंवा के जंगल में लाखों का जुआ होने का पाली पुलिस को कानोंकान खबर नहीं है लेकिन पुलिस के मुखबिर की निष्क्रियता भी सवाल खड़े कर रहे है। क्षेत्र के ग्रामीणों की शिकायत है कि जंगलों में जुआ का बड़ा खेल चल रहा है, जिससे माहौल खराब होने लगा है। इस जुआ में क्षेत्र के कुछ लोग भी जाते हैं, जिन्हें जुआ खेलने की लत पड़ने लगी है। कुछ लोगों ने जुआ के इस अवैध कारोबार पर रोक लगाने की भी मांग की है। जुआरी बकायदा दोपहिया वाहन से जुआ खेलने के लिए आते हैं, जो अपना वाहन जंगल के बीच छिपाकर रखते हैं। खबर लिखे जाने तक उक्त जगह में जुआ का बाजार सजे होने की जानकारी हासिल हुई है

जीतने वाले से जुआ संचालनकर्ता लेते है 10 प्रतिशत कमीशन।

घुइचुंवा के जंगल मे संचालित हो रहे जुए के फड़ में एक बार मे जो व्यक्ति जीतता है, उससे जुआ संचालनकर्ता द्वारा 10 प्रतिशत लिया जाता है। जिसे जुआरियों की भाषा मे नाल कहा जाता है। इसके अलावा प्रत्येक जुआ खेलने वाले व्यक्ति से 500 रुपए एंट्री फीस लिया जाता है। जुआ फड़ में उधार पर पैसा उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी है। प्रतिदिन 10 प्रतिशत की ब्याज दर से उधार में लाखों रुपए तक जुआ खेलवाने वाले उपलब्ध करवाते है। इस तरह घुइचुंवा में जुआ का फड़ बड़े मजे से संचालित हो रहा है।

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