
ग्राम पंचायत चैतमा के शिकायत जांच हो जाने के दो माह बीत जाने के बाद भी नहीं हो रहा कार्यवाही।
शिकायत की कार्यवाही तक सभी खाता होना था होल्ड ।
शिकायत के बाद लगभग 22लाख 50हजार ₹से अधिक राशि का किया गया सचिव, सरपंच द्वारा अहरण
संईया भैये कोटवार सो डर काहे का, यह कहावत ग्राम पंचायत चैतमा पर चरितार्थ होता नजर आ राहे
पाली (आई. बी. एन -24) कोरबा जिला के जनपद पंचायत पाली ग्राम पंचायत चैतमा का मामला ग्राम पंचायत चैतमा के तीगडी सचिव, सरपंच, उपसरपंच का बेलगाम राज विकास कार्य की सरकारी राशि का किया गया बंदरबांट जिसकी शिकायत जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर सपलवा मे दिनांक 13/09/2024एवं दिनांक 23/09/2024 को कलेक्टर जनदर्शन जिला कोरबा में शिकायत किया गया था जिसके तहत मुख्यकार्यपालन अधिकारी पाली द्वारा दिनांक 14/10/2024को दो करारोपण अधिकारी एवं एक सहायक अभियंता के दल को जांच दल नियुक्त कर जांच कराया गया है परंतु दो माह बीत जाने के बाद भी कार्यवाही नहीं होना अधिकारीयों पर संदेह पैदा करता है शिकायत जांच आदेश के बाद राशि अहरण में रोक लगाना था परंतु शिकायत जांच के बीच में दिनांक 28/10/2024 को 620000₹ दिनांक 09/12/2024 को 533800₹ दिनांक 11/12/2024 को453000₹ एवं दिनांक 20/12/2024 को 643336₹ कुल (2250136)₹अहरण किया गया है आखिर यह राशि किस प्रस्ताव केअधार पर किया गया है।

जबकि अभी माह नवम्बर एवं दिसम्बर में मिटिंग ही नहीं हुआ है फिर भी राशि किसके आदेश पर अहरण किया गया है यह तो गबन की दायरे में आता है जिसकी जानकारी भी अधिकारीयो को अवगत कराया जा चुका है फिर भी अधिकारीयों द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है ऐसा लगता है कि मुख्यकार्य पालन अधिकारी पाली द्वारा अचार संहिता लगने से पहले राशि अहरण करने का खुला छूट दिया गाय हैं इस तरह पंचायती राज अधिनियम का खुला उलंघन किया जा रहा है ,एक तरफ देश के मुखिया द्वारा छत्तीसगढ़ को भ्रष्टाचार से मुक्त राज्य बनाने का दावा किया जा रहा है दुसरी ओर प्रसाशन के अधिकारी द्वारा खुलेआम भ्रष्टाचार को बढावा दे रहे है ऐसे मे क्या छत्तीसगढ़ भ्रष्टाचार से मुक्त होगा। जिला के अनुविभाग के जनपद पंचायत के अधिकारीयों से अपील करते है कि चैतमा सरपंच सचिव पर शिकायत जांच के बाद राशि अहरण पर ही कार्यवाही कर दें तो इस ग्राम पंचायत चैतमा को न्याय मिल जायेगा।