नाना के घर शादी की सजा सामाजिक बहिष्कार,प्रताड़ित हो रहा पूरा परिवार।
बिना किसी कारण के पूरे परिवार को जाति व सामाजिक बहिस्कार कर मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रताडित करने के संबंध में कलेक्टर से शिकायत कर कार्यवाही का आग्रह किया गया है।
कोरबा (आईबीएन-24) कोरबा जिले के उरगा थाना व बरपाली तहसील क्षेत्र के ग्राम संजय नगर फरसवानी निवासी कुन्ती बाई पति एकादशी बियार ने यह शिकायत किया है। उसकी पुत्री का जन्म और पालन-पोषण पढ़ाई लिखाई नाना के घर पर ही हुआ। नाना के घर से ही पुत्री का विवाह अपने हिसाब से लड़का ढूंढकर किया। जिसमें शादी का निमंत्रण सगा समाज ईष्ट मित्रो को भी दिया गया था व सभी लोग सम्मिलित हुए । वर्ष 2020 में कोरोना काल के दौरान शादी की गई। इसके दो साल बाद गांव संजय नगर फरसवानी के स्वजातिय समाज के कुछ व्यक्तियो द्वारा गुप्त रूप से 7-6 व्यक्ति आपस में बैठ कर यह गलत निर्णय लिए की एकादशी अपनी लड़की की शादी अपने गांव व घर को छोड़ कर दूसरे गांव में किया है इसलिए उसे 10,000/- (दस हजार रूपये ) अर्थदंड व एक दिन सामाजिक भोजन से दंडित करेगें।
इस तरह सलाह में मुख्य व्यक्तियों 1. पुरउरामम पिता सलवंता 2. भोलाराम पिता सलवंता 3. कार्तिक राम 4. ज्ञान लाल पिता रामदयाल 5 माखन के द्वारा यह बात 3-4 दिन बाद बताया गया कि इस तरह का दंड तुम्हे देना होगा। जब तक यह दंड नहीं दोगे तब तक जाति/समाज से बहिष्कृत किया जा रहा है तथा गांव के जाति समाज के घर यह कहलवा दिया गया कि एकादशी के घर कोई आयेगा-जावेगा नहीं। ऐसे फरमान से आर्थिक -मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है। इस निर्णय का विरोध करने पर
गाली-गलौच देने लगे तथा परिवार को डराया-धमकाया जा रहा है। पुनाउ राम के द्वारा शराब पीकर 05.06.2022 को परिवार में हो रहे शादी में उक्त व्यक्तियों के द्वारा घर वाले को दबाव डालवाकर निमंत्रण को अस्वीकार किया गया और यही बहिष्कृत का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
अभी वर्तमान में कार्तिक राम पिता रतन बियार के यहाँ शादी दिनांक 04.02.2023 को उपरोक्त सभी व्यक्तियों द्वारा कार्तिक राम को कोरा कागज में हस्ताक्षर करवाने के लिए घर भेजा गया था। किसने भेजा है पूछने पर नाम बताने में आना कानी किया उसके बाद कोरा कागज में हस्ताक्षर नहीं करने पर पुनाउराम को जाकर बताया जिसमें पुनाउराम पिता सलवंता बियार दिनांक 05.02.2023 के रात 10 बजे शराब पीकर आया और घर के सामने कुल्हाड़ी पटक- पटक कर धमकी दे रहा था कि निकलो घर से तुम्हारे परिवार व तुम्हें जान से मारूंगा। गाली देते हुये खूब चिल्ला रहा था तथा गुंडा लाकर गांव से बाहर निकलवा दूंगा, की धमकी दिया। पीड़िता अपने परिवार सहित दिन भर घर का दरवाजा बंद कर अंदर छिपे रहते हैं। उसे व परिवार को जान माल का खतरा बना हुआ है। उक्त सभी व्यक्तियों के द्वारा धमकी-चमकी दिया जा रहा है।
पीड़िता ने दबावपूर्वक बिना कोई गलती गांव के उपरोक्त सामाजिक व्यक्तियों द्वारा प्रताडित करने व सामाजिक बहिष्कार कर जान से मारने की धमकी देने वालो के खिलाफ कठोर कार्यवाही करते हमारे परिवार को सुरक्षा प्रदान करने की गुहार कलेक्टर से लगाई है।