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कटघोरा / लखनपुर : शासकीय अमला इलाज में फ़ैल, झोला छाप डांक्टरों का जाँच होने पर जायेंगे जेल।

लखनपुर में झोला छाप डांक्टर प्रताप मरावी ग्रामीणों के जिन्दगी से कर रहा खिलवाड़।

कोरबा (आई.बी.एन -24) कोरबा जिला के दूरस्थ वनाचल के विकास खंड पोंडी उपरोड़ा के ग्राम पंचायत लखनपुर में झोलाछाप डॉक्टर प्रताप सिंह मरावी द्वारा ग्रामीणों को घऱ-घऱ जाकर इंजेक्शन लगाकर इलाज किया जा रहा है.जो ग्रामीणों के लिए जानलेवा साबित हो सकता है स्वास्थ्य अमला कुंभकरणी नींद से कब जागेगा.
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत लखनपुर में झोला छाप डॉक्टर प्रताप सिंह मरावी द्वारा ग्रामीणों को उनके घऱ में जाकर इंजेक्शन लगाया जाता है ग्रामीण इस झोला छाप डांक्टर से ही इलाज करवाते हैं हाल ही में धमतरी जिला के कुरुद में एक झोला छाप डॉक्टर के द्वारा इलाज करने पर इंजेक्शन लगाने के तुरंत बाद उसके मुंह से झाग निकला और थोड़ी ही देर बाद में दम तोड़ दिया. छत्तीसगढ़ प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व जिला के प्रभारी मंत्री अरुण साव तथा स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल का लगातार इस क्षेत्र में दौरा हो रहा है दोनों ही मंत्री अपने कार्य क्षेत्र में चौकस है लेकिन शासकीय अमला झोला छाप डांक्टर पर मेहरबान है.झोलाछाप डॉक्टरों पर स्वास्थ्य विभाग के मेहरबानी होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं किया जाता है।

जिसके कारण इनका हौसला बुलंद है सूत्रों के हवाले से पता चलता है कि झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा शासकीय चिकित्सक को तक राशि पहुंचाया जाता है जिससे इनको इलाज के लिए छूट दिया जाता है यह सच्चाई कहाँ तक है इसे यह कह पाना मुश्किल है पर झोला छाप डांक्टरों के बाढ़ आने से कितनों पेसेंट को स्वर्ग का रास्ता जरूर देखने को मिल रहा है झोला छाप डांक्टरों पर कब कार्यवाही होंगी या भगवान भरोसे चलता रहेगा.झोला छाप डांक्टर अपने कार्य में सफल हो रहा है जबकि यहां शासकीय अमला फ़ैल नजर आ रहा है. केंद्र व राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारु रूप से संचालन के लिए सभी स्वास्थ्य व उप स्वास्थ्य केंद्रों में सभी उपकरणो के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त डाक्टरों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओ की नियुक्ति किया है, इसके आलावा मितानिन द्वारा दवाई दिया जाता है. आखिर ग्रामीण झोला छाप डांक्टरों का सहयोग क्यों लेते है या तो शासकीय स्वास्थ्य सेवाए ग्रामीणों तक पहुंच नहीं पा रहा है. फिरहाल झोला छाप डांक्टरों जलवा है।

डां. प्रताप मरावी का वर्जन…..।

डॉक्टर प्रताप मरावी का कहना है कि मेरे पास मध्यप्रदेश शासन के समय से डिग्री है , डॉक्टरी डिग्री का नाम पूछने पर बताया कि CHB डिग्री मध्यप्रदेश शासन से मिला है तब से छेत्र में इंजेक्शन लगा रहा हूं, इलाज कर रहा हूं,
डिग्री की मांग करने पर मना कर दिया, नहीं दिया।

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