आँकाक्षी जिला कोरबा में आत्मानंद स्कूलों में प्रतिनियुक्ति के नाम पर चल रहा भ्रष्टाचार का खेल !ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों को शहरी क्षेत्र के स्कूल में किया पदस्थ ,अम्बिकापुर में जांच, कोरबा में संरक्षण।
कोरबा (आई.बी.एन -24) आकांक्षी जिला कोरबा मेंस्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट शासकीय अंग्रेजी एवं हिंदी माध्यम के विद्यालय भ्रष्टाचार का केंद्र बन गए हैं। शिक्षकों के प्रतिनियुक्ति के नाम पर न केवल नियम प्रक्रियाओं की धज्जियां उड़ाई जा रही है वरन ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों को निजी स्वार्थ के लिए शहरी क्षेत्रों के स्कूलों में पदस्थ किया जा रहा है। विभाग भर्ती प्रक्रियाओं से जुड़ी जानकारी छुपा रही है। अम्बिकापुर में शिकायत के बाद कलेक्टर ने जांच कमेटी बिठा दी है। लेकिन कोरबा में उल्टे संरक्षण दिया जा रहा। जिससे शासन की मंशा पर पानी फिरता नजर आ रहा,निष्पक्ष पारदर्शी प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे।
यहां बताना होगा कि जिले में
स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट शासकीय अंग्रेजी/ हिंदी माध्यम के 55 विद्यालय संचालित हैं।इनमें 10 (9 अंग्रेजी एवं 1हिंदी माध्यम )के स्कूल संचालित हैं। जिसमें इस साल अंग्रेजी माध्यम के 6 विद्यालय खुले हैं इनमें तिलकेजा, कुसमुंडा,
जमनीपाली,गोपालपुर, दीपका ,बांकीमोंगरा एवं हाल में 2 और विद्यालय छुरी एवं बरपाली जिलगा खुले हैं। इनमें भर्ती प्रक्रिया जारी है। इसी सत्र में हिंदी माध्यम के 37 स्कूलों की स्वीकृति मिली है । इस तरह इस साल 45 स्कूलों में प्रतिनियुक्ति एवं संविदा भर्ती प्रक्रिया के तहत शिक्षकों की पदस्थापना की गई है। लेकिन प्रतिनियुक्ति के नाम पर भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है। हाईस्कूल सुमेधा में हिंदी विषय की शिक्षिका के पद पर अंजू सिंह पदस्थ थी ,जिसे स्वामी आत्मानंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एनटीपीसी में हिंदी विषय की शिक्षिका के पद पदस्थ कर दिया गया । जबकि पूर्व से ही वहाँ हिंदी विषय के दो शिक्षक व एक शिक्षिका पदस्थ हैं। जबकि हिंदी व संस्कृत विषय में नियमानुसार उसी संकुल के शिक्षकों को ही प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ करना था।ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल सुमेधा के हिंदी विषय की शिक्षका के स्थानांतरण से हिंदी विषय की पढ़ाई ठप्प हो गई है। इसी तरह पोंडी उपरोड़ा ब्लॉक ,कोरबा ब्लॉक के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों को कटघोरा एवं कोरबा के शहरी क्षेत्रों के स्कूलों में पदस्थ किया गया है।
सीएसआर मद का भी किया बंदरबाट
जिन स्कूलों में पहले से ही अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा प्राप्त करने वाले सबंधित विषय के शिक्षक पदस्थ हैं वहाँ भी सीएसआर मद से शिक्षकों की संविदा नियुक्ति कर सीएसआर मद का बंदरबाट किया जा रहा है।प्रायः शहरी क्षेत्र के सभी अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में यह मनमानी देखी जा सकती है।
इन प्रक्रियाओं की हो जांच
स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट शासकीय अंग्रेजी/ हिंदी माध्यम के 55 विद्यालयों में अनियमितता करने वालों पर उचित कार्रवाई की दरकार है। जिसके तहत इन स्कूलों में प्रतिनियुक्ति / संविदा भर्ती संबंधी पात्रता नियमावली ,प्राथमिकता निर्धारण नियमावली,विज्ञापन प्रकाशन ,चयन सूची पदस्थापना आदेश, डेमो क्लास की सीडी/वीडियोग्राफी ,वरीयता सूची ,इंटरव्यू में प्राप्त अंक की जानकारी की जांच जरूरी है।विभाग इन तमाम जानकारियों को छुपा रहा।