भवन ,पेयजल की स्थाई सुविधा की दरकार ,मारपीट -प्रताड़ना से इंकार ,रामपुर पोंडी उपरोड़ा एकलव्य आवासीय विद्यालय की अधीक्षिका को हटाने आरोप निकले निराधार , एसडीएम ने दर्ज किया बयान।

कोरबा (आई.बी.एन -24) एकलव्य आवासीय विद्यालय के छात्रावास में अधीक्षिका की छात्रावासी छात्राओं के साथ मारपीट प्रताड़ना की शिकायत के गम्भीर मामले में जिला प्रशासन ने प्रकरण कीतत्काल जांच कराई है । एसडीएम के जांच प्रतिवेदन में छात्रावासी बच्चियों एवं पालकों ने अधीक्षिका पर लगाए मारपीट एवं प्रताड़ना जैसे आरोपों से इनकार कर दिया है ,विद्यालय में आधारभूत आवश्यकताओं की कमी को जरूर स्वीकार किया है। प्रशासन की ओर से जहां इन कमियों को शीघ्र दुरुस्त करने आश्वस्त किया गया है वहीं बच्चियों की आड़ में छात्रावास की अधिक्षिका की छवि खराब कर अपनी छवि चमकाने वाले बेनकाब हो गए ।
यहां बताना होगा कि आदिवासी बाहुल्य कोरबा जिले के पोंडी उपरोड़ा ब्लॉक के रामपुर में संचालित एकलव्य कन्या आवासीय विद्यालय में सलिहाभांठा निवासी आवेदक वीरेंद्र मरकाम एवं पालकों द्वारा अधीक्षिका पर अध्ययनरत छात्राओं के साथ प्रताड़ना की शिकायत कलेक्टर से की गई थी। शिकायत को गम्भीरतापूर्वक लेते हुए कलेक्टर अजीत वसंत ने तत्काल जांच के आदेश दिए थे। एसडीएम सरोज महिलांगे ने मातहत अधिकारियों के साथ 28 जनवरी को एकलव्य आवासीय विद्यालय रामपुर पोड़ीउपरोड़ा पहुंचकर पालकों एवं छात्राओं का व्यक्तिगत बयान दर्ज किया। इस दौरान कक्षा आठवीं नवमीं एवं दसवीं की छात्राओं ने पालकों की मौजदगी में ही जांचकर्ता अधिकारियों को अधीक्षिका द्वारा डांट फटकार मानसिक प्रताड़ना मारपीट के आरोपों को अस्वीकार किया। भोजन संबंधित शिकायत का त्वरित समाधान कर लिया गया है बच्चों के लिए रुचिकर भोजन की व्यवस्था की जा रही है । भोजन में मात्रात्मक एवं गुणात्मक सुधार की बात कही गई जिसकी फीडबैक के लिए एक शिक्षक को यह दायित्व सौंपा गया है।
भवन की दरकार ,धरना प्रदर्शन की बात की स्वीकार
जांच के दौरान छात्राओं ने यह स्वीकार किया कि एकलव्य स्कूल व छात्रावास के लिए नए भवन की दरकार है जिसको लेकर 18 जनवरी को कक्षा आठवीं एवं नवमीं की छात्राओं ने जनपद कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया था। सहायक आयुक्त श्रीकांत कसेर ने छात्राओं को उसी दिवस पहुंचकर आश्वस्त किया था कि शीघ्र ही इस दिशा में सार्थक पहल किया जाएगा। टेपनल लगाकर पेयजल व्यवस्था दुरुस्त कर ली गई है । पेयजल संबंधी समस्या की स्थाई समाधान हेतु नए बोर के लिए आवेदन दिया गया है ।